भूलकर भी इन पांच लोगों को नहीं देखनी चाहिए होलिका दहन, वरना सारी जिंदगी उठाने पड़ेंगे कष्ट: फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन का विधान लिखा गया है और ऐसे में होलिका दहन को न केवल धार्मिक बल्कि ज्योतिष महत्व भी दिया गया है ऐसा माना जाता है कि होलिका दहन की पूजा से जीवन की कई सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तो कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनको होलिका दहन से कोसों दूर रहना चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि होलिका दहन पर किन लोगों को दूर रहने की जरूरत है.
इन पांच लोगों को होलिका दहन से दूर रहना चाहिए
शादी के बाद पहली बार नई नवेली दुल्हन को होलिका दहन देखना अशुभ माना गया है ऐसा करने से दांपत्य जीवन में परेशानी होती हैं जीवन संकटों से गिरा हुआ रहता है सुख सौभाग्य में कमी आने लग जाती है.
गर्भवती महिलाओं को भी होलिका दहन से दूर ही रहना चाहिए मानता तो यही कहती है कि ऐसी महिलाओं के होलिका दहन देखने से गलत स्थिति शिशु पर भी बुरा असर पड़ता है इस नियम की अनदेखी से मां और बच्चे को शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
सास और बहू को कभी भी एक साथ होलिका दहन नहीं देखना चाहिए मान्यता यही कहती है कि इससे रिश्तों में हमेशा दरार बनी रहती है आपसी मतभेद होता रहता है इसलिए सास और बहू को कभी भी एक साथ होलिका दहन नहीं देखना चाहिए।
हिंदू परंपराओं के अनुसार जिन लोगों की इकलौती संतान भी होती हैं उन लोगों को भी होलिका दहन नहीं देखना चाहिए और ना ही होलिका की पूजा करनी चाहिए उनकी जगह घर के किसी बड़े बुजुर्ग को यह परंपरा निभाई चाहिए।
मानता तो ऐसी भी कहती है कि जिस स्थान पर होलिका दहन किया जाता है वहां पर नकारात्मक शक्तियों का भी खतरा ज्यादा होता है ऐसे में नवजात बच्चे को कभी भी होलिका दहन वाली जगह पर नहीं लेकर जाना चाहिए इससे शिशु को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
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