समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा लोगों की जरूरत के हिसाब से सुविधा मुहैया कराई जाती है. ताकि उनका बैंक पूरी तरीके से सुरक्षित रह सके अब इसी के तहत सरकार के कई अखबारों के अंदर एक विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है और इस विज्ञापन का उद्देश्य तो देश के लोगों के खाते को सुरक्षित करना है इस विज्ञापन का टैगलाइन भी दिया गया है मत बनिए मनी फ्यूल! दरअसल इसमें कहा गया है कि मनी फ्यूल के रूप में काम करना अपराध है.
इस कैंपेन के तहत भारतीय रिजर्व बैंक और राष्ट्रीय साइबर पेट्रोल ने एक बड़ी मुहिम चलाई है जिसके माध्यम से केंद्रीय बैंक उन सभी लोगों को आदर करना चाह रहा है जो बिना सोचे समझे ही अपने खाते में किसी का भी पैसा मंगवा लेते हैं और फिर ठगी का शिकार भी हो जाते हैं.
मनी फ्यूल वह सच होता है जो किसी अन्य की ओर से अवैध तरीके से अर्जित धन का लेनदेन या फिर ट्रांसफर किया करता है ऐसे सबसे ज्यादा किस प्रकार की गतिविधियों को रोकने के लिए आरबीआई के द्वारा विज्ञापन जारी किया गया वह बताया गया कि कैसे आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है इस विज्ञापन के माध्यम से तो लोगों को बताया गया है कि दूसरों के धन के आवागमन के लिए अपने खाते के संचालक को अनुमति बिल्कुल भी प्रदान न करें।
आरबीआई के द्वारा जारी किया गया इस विज्ञापन में साफ कर दिया गया है कि यदि आप लोगों के बैंक खाते के माध्यम से किसी दूसरे का धन प्राप्त करने या फिर उसे आगे भेजने का प्रस्ताव आपको जेल तक पहुंचा सकता है आरबीआई ने देश के लोगों को सचेत करते हुए बताया है कि कल कभी भी किसी भी ऐसे व्यक्ति को अपने खाते का विवरण बिल्कुल भी ना दे जिसे आप जानते ही नहीं है यदि आपके साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी हो जाती है तो आप इस मामले की रिपोर्ट अपने बैंक या फिर राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर हेल्प ले सकते हैं.
दरअसल आरबीआई की द्वारा हमेशा ही लोगों को जागरूक करने के लिए जानकारी दी जाती है ताकि वह किसी भी प्रकार के साइबर फ्रॉड से बच सके आरबीआई बैंक ट्विटर के माध्यम से और दूसरे सोशल मीडिया के माध्यम से बैंक के ग्राहकों को लगातार सचेत करता रहता है ताकि देश के अंदर बैंकिंग सिस्टम में किसी भी प्रकार का कोई भी फ्रॉड ना हो सके.