उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इन दोनों राम भक्तों की काफी भीड़ देखी जा रही है 12 जनवरी को जब से अयोध्या में राम मंदिर पर प्रतिष्ठा हुई है उसके बाद से ही भक्तों का सैलाब अयोध्या में देखा जा रहा है वही भक्तों की भीड़ की पहली तस्वीर भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी हालांकि अब हर रोज ही 2 लाख भक्तों के पहुंचने के बाद सामान्य स्थिति हो रही है मीडिया का ध्यान भी इस तरफ कम जा रहा है ऐसे में टीएमसी कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का भी बयान सामने आया है उन्होंने अयोध्या में राम भक्तों की भीड़ कम होने की बातें सही है.
की स्थिति तो बिल्कुल इससे अलग है वास्तविक स्थिति को जानने के लिए शत्रुघ्न सिन्हा को अयोध्या का दौरा अवश्य कर लेना चाहिए क्योंकि राम मंदिर कमेटी का दावा है कि हर रोज दो से ढाई लाख लोग प्रभु श्री राम के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं इस कारण किसी भी वक्त को दर्शन करने के दौरान अधिक मुश्किलों का सामना भी नहीं करना पड़ रहा क्योंकि व्यवस्था काफी बेहतर की गई है.
अयोध्या में राम भक्तों का समुद्र सा दिखाई दे रहा है मंगलवार और शनिवार को तो यह संख्या ढाई लाख तक पहुंच जाती है. दरअसल, राम मंदिर के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर में भक्तों की भीड़ कम हो गई है. जिस तरह का माहौल भारतीय जनता पार्टी ने बनाया है. उसकी हवा ख़त्म हो गई है. उन्होंने राम मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं पर बड़ा बयान दिया. अब इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी ने हमला बोला है.
विपक्ष की ओर से राम मंदिर का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है. दरअसल, राम मंदिर के उद्घाटन और अक्षत वितरण कार्यक्रम से बीजेपी ने विपक्ष पर बड़ी बढ़त बना ली है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकराने वाली कांग्रेस, सपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियां इस मामले में घिरी हुई हैं.
ऐसे में नेताओं का बड़ा बयान सामने आ रहा है. हाल ही में राहुल गांधी ने एमपी में अपनी न्याय यात्रा के दौरान राम मंदिर का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था. उन्होंने एक रैली में कहा कि मोदी जी चाहते हैं कि देश का युवा दिन भर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करे, जय श्री राम का नारा लगाए और भूख से मर जाए.
डीएमके नेता ए राजा ने भी भगवान राम पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वह तुम्हारा भगवान है. हम उस भगवान और भारत माता को कभी नहीं मानेंगे. उनसे कहो, हम सब राम के शत्रु हैं। मैं रामायण और भगवान राम में विश्वास नहीं करता. इस दौरान ए राजा ने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से की और जय श्री राम के नारे को घृणित बताया. बीजेपी इन नेताओं के बयानों पर सवाल उठा रही है कि विपक्ष को भगवान राम और राम भक्तों से इतनी नफरत क्यों है?
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