प्रेसिडेंट ऑफ़ द यूनाइटेड स्टेट्स (Potus) ने टेरिफ का कुछ ऐसा खेल खेल दिया है कि रुपए के अंदर लगातार तीसरे दिन भी गिरावट देखने को मिल गई सबसे खास बात तो यह है कि मंगलवार को रुपया 85 दिनों के बाद सबसे बड़ी गिरावट में आ गया. इसका मतलब यही होता है कि 13 जनवरी के रुपए में डॉलर के मुकाबले सबसे बड़ी गिरावट हुई वहीं ई बाजार में आंकड़ों को देखा जाए तो तीसरे दिन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 50 पैसे की गिरावट के साथ भी बंद हुआ ऐसे में ग्लोबल ट्रेड वॉर के चलते आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बीच 3 महीने में करीब सबसे बड़ी सिंगल डे गिरावट रही है.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार कच्चे तेल की कीमतों में कुछ सुधार और विदेशी पूंजी के निरंतर बहिर्गमन ने भी धारणा को प्रभावित किया। इसके अलावा चीन द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर 34 प्रतिशत आयात शुल्क लगाए जाने के जवाब में अमेरिकी प्रशासन द्वारा 50 प्रतिशत दंडात्मक शुल्क लगाने की नई धमकी के बाद वैश्विक बाजारों में अत्यधिक अस्थिरता का सामना करना पड़ रहा है। आइए आपको भी बताते हैं कि मुद्रा बाजार में सेंसेक्स में किस तरह की गिरावट देखने को मिल रही है।
85 दिनों के बाद आई सबसे बड़ी गिरावट
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.89 पर खुला और डॉलर के मुकाबले 85.82 के उच्च स्तर और 86.29 के निम्न स्तर के बीच उतार-चढ़ाव करता रहा। रुपया अपने पिछले बंद से 50 पैसे की गिरावट के साथ 86.26 (अनंतिम) पर बंद हुआ। इससे पहले एक सत्र में इतनी बड़ी गिरावट इसी साल 13 जनवरी को दर्ज की गई थी, जब इसमें 66 पैसे की गिरावट आई थी। सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 32 पैसे गिरकर 85.76 पर बंद हुआ था, जबकि इससे पहले शुक्रवार को इसमें 14 पैसे की गिरावट आई थी। इसका मतलब है कि तीन दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपये में 96 पैसे की गिरावट आ चुकी है।