1991 में जब अमृता और सैफ की शादी के बारे में सबको पता चला तो सभी दंग रह गए। खासकर पटौदी परिवार इससे काफी सदमे में था। क्‍योंकि उस समय सैफ अली खान सिर्फ 21 साल के थे, इसलिए उनका करियर शुरू भी नहीं हुआ था, इसके अलावा अमृता उनसे उम्र में काफी बड़ी थीं। लेकिन ये रिश्ता मंजूर न होने के बावजूद दोनों परिवारों ने उन्हें अपना लिया। पटौदी परिवार ने भी इस रिश्ते के लिए हामी भर दी थी, लेकिन शायद शर्मिला टैगोर और अमृता सिंह के बीच वो रिश्ता कभी नहीं बन पाया, जो होना चाहिए था.

अमृता शर्मिला से बहुत डरती थीं

शादी के बाद एक इंटरव्यू में अमृता और सैफ ने अपने रिश्ते और घरवालों और लोगों के रिएक्शन पर खुलकर बात की। तब उन्होंने बताया था कि वह घर के एक शख्स से बहुत डरती थीं और वह कोई और नहीं बल्कि शर्मिला टैगोर थीं। यहां तक कि अमृता भी उस वक्त सैफ से रिक्वेस्ट करती थीं कि उन्हें उनकी मां के साथ कमरे में अकेला न छोड़ें। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि सास शर्मिला टैगोर से इतना नर्वस होने की वजह क्या थी लेकिन इतना जरूर था कि दोनों के बीच कभी अच्छी बॉन्डिंग नहीं बन पाई.

शादी की खबर सुन सदमे में थी

1991 में जब अमृता सिंह की शादी की खबर आई तो हर कोई दूल्हे के बारे में जानने को बेताब था और जब उन्हें पता चला कि अभिनेत्री ने सैफ अली खान से शादी कर ली है तो हर कोई हैरान रह गया। इसकी वजह यह थी कि उस वक्त सैफ की पहचान शर्मिला टैगोर के बेटे के तौर पर ही थी। तब उनका करियर शुरू भी नहीं हुआ था। ऐसे में अमृता का फैसला हैरान करने वाला था। लेकिन कहते हैं न कि प्यार के आगे किसी की क्या औकात। प्यार से बढ़कर कुछ नहीं। लेकिन दुख इस बात का था कि ये रिश्ता शादी के 14 साल बाद ही खत्म हो गया।

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