शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए बांग्लादेश के साथ अपने व्यापार को तत्काल रोक दिया है।
बांग्लादेश के साथ व्यापार करने वाले व्यापारियों ने मीडिया को बताया कि छात्रों द्वारा किए जा रहे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के कारण पड़ोसी देश में अशांति का माहौल है।
यह विरोध इतना हिंसक हो गया कि प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास पर कब्जा कर लिया। शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और देश छोड़कर भागना पड़ा।
पश्चिम बंगाल निर्यातक समन्वय समिति के सचिव उज्ज्वल साहा ने कहा कि बांग्लादेशी सीमा शुल्क विभाग से मंजूरी नहीं मिलने के कारण उनके भूमि बंदरगाहों पर आयात-निर्यात रोक दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सोमवार सुबह कुछ हलचल हुई, लेकिन बाद में सभी गतिविधियां बंद हो गईं। शेख हसीना सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद पिछले दो दिनों में बांग्लादेश में व्यापार बाधित हुआ है।
बेनापोल सीएंडएफ स्टाफ एसोसिएशन के महासचिव साजिदुर रहमान ने कहा कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने की खबर के बाद कारोबार पूरी तरह ठप हो गया है। बेनापोल पश्चिम बंगाल में स्थित है, जो बांग्लादेश में पेट्रापोल सीमा के दूसरी तरफ है।
दूसरी ओर, यह भी खबर है कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद बांग्लादेश में अपना कार्यालय 7 अगस्त तक बंद कर दिया है।
एलआईसी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा कि बांग्लादेश में मौजूदा सामाजिक-राजनीतिक स्थिति के कारण एलआईसी बांग्लादेश लिमिटेड का कार्यालय 5 से 7 अगस्त, 2024 तक बंद रहेगा।