सातवें आसमान से औंधे मुंह गिरा नीचे सरसों तेल का भाव, खरीदारों की हुई बल्ले बल्ले, नया MRP रेट सुन ख़ुशी से झूम उठे लोग……
The price of mustard oil fell down from the seventh sky, the buyers were happy, people were happy to hear the new MRP rate......

महंगाई के कारण लोगों को खाने-पीने तक में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच आम आदमी के लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल, मंडियों में सस्ते आयातित खाद्य तेलों की भरमार होने से स्थानीय तिलहन तिलहनों पर काफी दबाव रहा, जिससे शुक्रवार को भी खाद्य तिलहनों के दामों में गिरावट जारी रही. दूसरी ओर, मलेशिया एक्सचेंज के अगले सोमवार तक बंद रहने के कारण कुछ पैकर्स की मांग बढ़ने से पाम और पामोलिन तेल की कीमतों में सुधार हुआ।
सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज सोमवार तक बंद है जबकि शिकागो एक्सचेंज फिलहाल 1.2 फीसदी नीचे है। राजस्थान के प्रमुख व्यापारिक केंद्र भरतपुर में सरसों की कीमत 5,450 रुपये प्रति क्विंटल के SSP से घटकर अब 5,100-5,200 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गई है और दाम कम होने से किसान मायूस हैं.
भरतपुर ऑयल मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि देसी स्रोतों से प्राप्त होने वाले खाद्य तेल में करीब 40 फीसदी सरसों है. सूत्रों ने कहा कि कुछ लोगों के अनुसार पामोलिन तेल की कीमत 11 महीने पहले के 164 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर अब 94 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। उन्हें यह भी जानकारी दी जाए कि इसी अवधि में ‘सॉफ्ट ऑयल’ सूरजमुखी तेल की कीमत पहले के 210 रुपये से घटकर 95 रुपये प्रति किलो हो गई है.