अजब गजब

भारत सरकार देगी आपकी बेटी की शादी में 64 लाख रु बस करे ये छोटा-सा काम।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

आजकल बच्चों की पढ़ाई में बहुत पैसा खर्च होता है। कई माता-पिता पैसों की कमी के कारण अपने बच्चों को उच्च शिक्षा नहीं दिला पाते हैं। ऐसे में समझदारी इसी में है कि बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसके भविष्य के लिए पैसे बचाना शुरू कर दें। बेटियों की बात करें तो सरकार ने अब उनके लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इन्हीं में से एक है सुकन्या समृद्धि योजना. इस योजना में आप अपनी बेटी का खाता खुलवा सकते हैं.

सुकन्या समृद्धि योजना एक छोटी बचत योजना है। केंद्र सरकार हर तीन महीने में इन योजनाओं के लिए ब्याज दरें तय करती है। सरकार ने जुलाई से सितंबर 2023 तिमाही के लिए इस योजना की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। फिलहाल 8 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिल रहा है।

अभी खाता खोलें

सुकन्या समृद्धि खाता बेटी के जन्म के बाद ही खोलना चाहिए. बेटी के 10 साल की होने तक खाता खोला जा सकता है. अगर बेटी के जन्म के तुरंत बाद खाता खोला जाता है, तो निवेशक 15 साल तक योगदान कर सकते हैं और बेटी के वयस्क होने पर परिपक्वता राशि का 50 प्रतिशत निकाला जा सकता है। बेटी के 21 साल की होने पर बाकी रकम निकाली जा सकती है।

बेटी को मिलेंगे 64 लाख

अगर आप सुकन्या समृद्धि खाते में हर महीने 12,500 रुपये जमा करते हैं तो साल में यह रकम 1.5 लाख रुपये हो जाएगी. अगर मैच्योरिटी पर ब्याज दर 7.6 फीसदी भी मान ली जाए तो भी मैच्योरिटी के समय तक बेटी के लिए एक बड़ी रकम तैयार हो जाएगी.

अगर बेटी के 21 साल की होने पर पूरी रकम निकाल ली जाए तो मैच्योरिटी रकम 63,79,634 रुपये होगी, जिसमें निवेश की गई रकम 22,50,000 रुपये होगी. इस तरह सुकन्या समृद्धि खाते में हर महीने 12,500 रुपये जमा करने पर आपकी बेटी को 21 साल की होने पर करीब 64 लाख रुपये मिलेंगे.

इस योजना से टैक्स भी बचेगा

इस स्कीम में एक साल में 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर इनकम टैक्स छूट का लाभ मिलता है. एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किये जा सकते हैं. इस योजना के तहत मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री है. वहीं, मैच्योरिटी राशि भी टैक्स फ्री होती है.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button