देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने आज अपनी ‘मेड-इन-इंडिया’ एसयूवी फ्रोंक्स का जापान को निर्यात शुरू कर दिया है। फ्रोंक्स मारुति सुजुकी की जापान में लॉन्च होने वाली पहली एसयूवी होगी। कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया कि फ्रोंक्स को मारुति सुजुकी के अत्याधुनिक गुजरात प्लांट में खास तौर पर तैयार किया गया है। शुरुआत में जापान के लिए 1,600 से ज्यादा फ्रोंक्स एसयूवी की पहली खेप गुजरात के पिपावाव बंदरगाह से रवाना हो चुकी है।
आपको बता दें कि फ्रोंक्स मारुति सुजुकी का बलेनो (2016) के बाद जापान को निर्यात होने वाला दूसरा मॉडल है। इस एसयूवी को मारुति सुजुकी की मूल कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन द्वारा 2024 के शरद ऋतु के मौसम में जापान में लॉन्च करने की योजना है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि भारतीय विनिर्माण की बढ़ती ताकत और वैश्विक पहुंच का प्रतीक है।
इस अवसर पर मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद गर्व हो रहा है कि हमारी ‘मेड-इन-इंडिया’ फ्रोंक्स जल्द ही जापान की सड़कों पर दिखाई देगी। जापान दुनिया में सबसे ज़्यादा गुणवत्ता के प्रति जागरूक और उन्नत ऑटोमोबाइल बाज़ारों में से एक है। मारुति फ्रॉन्क्स को भारतीय बाज़ार में काफ़ी सराहा गया है और मुझे पूरा भरोसा है कि इसे जापानी ग्राहकों से ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिलेगी।”
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी मारुति सुजुकी की इस उपलब्धि की सराहना की है। पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में कहा, “समय बदल रहा है। यह वास्तव में गर्व का क्षण है क्योंकि मारुति सुजुकी की 1600 से अधिक ‘मेड इन इंडिया’ एसयूवी की खेप पहली बार जापान को निर्यात की जा रही है। मोदी सरकार ने पिछले एक दशक में भारतीय विनिर्माण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां लागू की हैं। स्थानीय स्तर पर विश्व स्तरीय गुणवत्ता वाले उत्पादों के उत्पादन पर जोर देने से ‘ब्रांड इंडिया’ को वैश्विक स्तर पर एक जाना-माना नाम बनने में मदद मिली है।”
समय बदल रहा है !
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) August 13, 2024
A truly proud moment as a consignment of over 1600 'Made In India' SUVs from @Maruti_Corp is exported for the first time to Japan.
Modi Government has implemented several policies to boost Indian manufacturing industry over the last decade.
With an emphasis… pic.twitter.com/mX7FNn8X8N