बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री कई दिनों से सुर्खियों में हैं। अंधविश्वास निर्मूलन समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने उन पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आ रोप लगाया था। इन आ रोपों की जांच के बाद बुधवार (25 जनवरी) को नागपुर पुलिस ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को क्लीन चिट दे दी है. पुलिस ने कहा कि उन्हें अंधविश्वास फैलाने के सबूत नहीं मिले हैं, नागपुर में कानून का उल्लंघन नहीं हुआ है.
इस पर बागेश्वर बाबा ने भी प्रतिक्रिया दी है। बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि हिंदू राष्ट्र यानी राम राज्य. हिन्दू राष्ट्र का अर्थ है सभी धर्मों की एकता। उन्होंने कहा कि सनातन का प्रचार अंधविश्वास नहीं है। मुझे कानून और संविधान पर पूरा भरोसा है और आज इसकी जीत हुई है। हमने कोई अंधविश्वास नहीं फैलाया है। बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कुछ लोगों ने तो भगवान श्रीराम को भी नहीं माना। श्रीराम के आगे हम कुछ भी नहीं हैं।
श्याम मानव ने क्या कहा?
बागेश्वर धाम, छतरपुर से धीरेंद्र शास्त्री LIVE
'सनातन का प्रचार अंधविश्वास नहीं, हिंदू राष्ट्र का मतलब राम राज्य है' -बागेश्वर बाबाhttps://t.co/smwhXUROiK@ShobhnaYadava | @brajeshabpnews#BageshwarDham #BageshwarDhamSarkar #DhirendraShastri pic.twitter.com/NIGsHsUx4Q
— ABP News (@ABPNews) January 25, 2023
वहीं बाबा पर आ रोप लगाने वाले अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने कहा कि मेरी जानकारी के आधार पर बाबा पर दोनों कानून लागू होते हैं. अगर कोई व्यक्ति, कोई बाबा आश्वासन देता है कि तुम ठीक हो जाओगे, शादी हो जाएगी, नौकरी मिल जाएगी, बीमारी चली जाएगी, ऐसा कुछ भी, तो यह कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है। जिस व्यक्ति के पास डॉक्टरी की डिग्री नहीं है, उपलब्ध नहीं है, किसी का निदान करता है या आश्वासन भी देता है तो वह भी कानूनी रूप से गलत होगा।
नागपुर पुलिस के फैसले से नाखुश
उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी कानून के जानकार हैं। मुझे लगता है कि नागपुर पुलिस द्वारा लिया गया निर्णय कानूनी दिमाग की राय नहीं है। इस कानून में देवेंद्र फडणवीस की काफी अहम भूमिका रही है. उस समय शिवसेना और बीजेपी पार्टी विरोधी हुआ करती थी फिर भी यह कानून सबकी सहमति से बनाया गया। इस समिति के अध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस हैं। उन्हें हमारे मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए, उसके बाद इस पर निर्णय लिया जाना चाहिए।’