माँ-बाप रहते थे घास-फूस से बने घर मे करते थे मजदूरी बेटा बन का DSP माँ-बाप का किया नाम रोशन।

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आपको आज dsp संतोष की कहानी बताने जा रहे है जानिए कैसी थी उनकी लाइफ। कभी घास फूस की झोपडी में संतोष ने बिताया है अपनी जिंदगी। उनके घर में इतनी गरीबी थी की खाने को कुछ नहीं होता था। जब कोई उनके घर आता था तब उन्हें लगता था उन्हें कुछ खाने को मिलेगा।

वो कहते है ना जब हौसले बुलंद हो तो कोई कुछ भी कर सकता है। इनके पिता बिल्डिंग बनाते थे और इनकी माँ मजदूरी का काम करती थी। लेकिन संतोष ने हार नहीं मानी और पुरानी किताबे पढ़कर dsp बन गए।

5 साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने वर्दी हासिल कर ही ली। संतोष ने बताया काफी कड़ी मेहनत के बाद वो इस मुकाम तक पहुंचे है। हाल ही में उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे वो अपनी माँ से मिलने खेत में गए थे।

संतोष ने बताया उनकी माँ खेतो में काम किया करते थे। और मजदूरी भी करती थी। उनका घर नदी के बगल में था। इसलिए खेती नहीं हो पाती थी। उन्होंने कहा मुश्किल से उन्हें अनाज मिलता था खाने को। और आज अपनी मेहनत के दम पर dsp बन गए।

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