हज 2025 को लेकर सऊदी अरब में जोरशोर से तैयारियाँ चल रही हैं, और इसी के चलते वहां की सरकार ने उमराह यात्रा पर आने वाले विदेशियों के लिए एक बेहद कड़ा आदेश जारी किया है। सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सभी विदेशी उमराह यात्री 29 अप्रैल 2025 तक देश छोड़ दें। यदि कोई यात्री इस तारीख के बाद भी सऊदी में ठहरता है, तो उस पर एक लाख सऊदी रियाल (लगभग ₹22 लाख रुपये) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है, साथ ही उसे कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।
सरकार की सख्ती का कारण क्या है?
इस फैसले की पृष्ठभूमि में हज 2024 के दौरान हुई भीषण दुर्घटना है, जिसमें भीड़-प्रबंधन की असफलता के चलते मक्का और मदीना में 1,000 से अधिक श्रद्धालुओं की जान चली गई थी। जानकारी के अनुसार, कई लोग ऐसे वीज़ा पर आए थे जो हज के लिए मान्य नहीं था, और उन्होंने बिना वैध अनुमति हज में हिस्सा लिया, जिससे हालात बेकाबू हो गए थे। सऊदी प्रशासन इस तरह की लापरवाही को दोबारा नहीं दोहराना चाहता।
जरूरी तारीखें जो यात्रियों को ध्यान में रखनी चाहिए
- 13 अप्रैल 2025: उमराह यात्रियों के सऊदी अरब में प्रवेश की अंतिम तिथि
- 29 अप्रैल 2025: उमराह समाप्त कर देश छोड़ने की अंतिम तिथि
अगर कोई यात्री इन तिथियों के बाद भी सऊदी में पाया जाता है, तो यह वीज़ा नियमों का उल्लंघन माना जाएगा, और उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हज 2025 की शुरुआत कब से होगी?
4 जून 2025 से हज यात्रा का आरंभ होगा। इससे पहले, 1 अप्रैल से दुनियाभर के हज यात्री सऊदी अरब पहुंचना शुरू कर देंगे। भीड़ की स्थिति को नियंत्रित रखने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार अब किसी भी तरह की ढील नहीं देना चाहती।
सेवा प्रदाताओं के लिए भी नियम सख्त
उमराह यात्रियों को सेवाएं देने वाली एजेंसियों और टूर ऑपरेटरों को भी चेताया गया है कि वे सभी यात्रियों को समय पर वापस भेजें। अगर यात्रियों की वापसी में लापरवाही पाई गई, तो उन कंपनियों पर भी भारी जुर्माना लगाया जा सकता है और उनका लाइसेंस तक रद्द किया जा सकता है।
उमराह और हज में फर्क क्या है?
उमराह: यह एक छोटी इस्लामी यात्रा है, जिसे साल में कभी भी किया जा सकता है।
हज: इस्लाम के पांच मूल स्तंभों में से एक, जो केवल साल में एक बार तय तारीखों पर होता है और हर मुसलमान के लिए जीवन में एक बार करना जरूरी माना जाता है।
निष्कर्ष
यदि आप उमराह की योजना बना रहे हैं, तो इस साल सऊदी अरब द्वारा तय की गई 13 अप्रैल (प्रवेश की अंतिम तिथि) और 29 अप्रैल (वापसी की अंतिम तिथि) को अनदेखा न करें। नियमों का उल्लंघन करने पर भारी आर्थिक दंड के साथ-साथ कानूनी मुश्किलें भी सामने आ सकती हैं। समय से योजना बनाएं और यात्रा को सुरक्षित व नियमों के अनुरूप बनाएं।