दुनिया की सबसे मजबूत ई में से एक डॉलर को माना जाता है हालांकि डॉलर की कमजोर होने और अमेरिकी तारीख से राहत मिल जाने के बाद से कल शेयर मार्केट में एक बार फिर से तेजी देखने को मिली है इसके बदौलत अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 49 पैसे की चलांग लगाकर आगे बढ़ता हुआ नजर आए इसके बाद 86.19 रुपए प्रति डॉलर तक पहुंच गया. लेकिन बता दे कि इससे पहले अपने कारोबारी दिवस पर रुपया 86.68 प्रति डॉलर पर रहा था.
ऐसे में शुरुआती कारोबारी दिन के अंतर्गत 43 पैसे की तेजी के साथ रुपया 86.25 रुपए प्रति डॉलर पर खुला और सत्र के दौरान वही इसका दिवस का निचला स्तर भी देखा गया ऐसे में आया तक और बैंकर की डॉलर बिकवाली से 85.95 रुपए प्रति डॉलर के हाईएस्ट स्तर तक पहुंच चुका अंत में पिछले दिवस में 86.68 डॉलर की तुलना में 49 पैसे की छलक लगाकर 86.19 रुपए प्रति डॉलर तक आ गया.
अब ऐसे में डीलरों के अनुसार रुपए में यह मजबूती कमजोर डॉलर इंडेक्स और भारतीय वस्तुओं के ऊपर अमेरिका के द्वारा आने वाले 90 दिनों तक टेरिफ में ढील देने के फैसले के चलते आई हैं इस फैसले के बाद बाजार की धारणा में पॉजिटिविटी देखी गई है वहीं भारत अमेरिका व्यापार संबंधी को और भी ज्यादा बेहतर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण संकेत भी है इससे आने वाले समय में व्यापार में तनाव कम होने की उम्मीदें हैं.
वहीं रुपए की मजबूती के साथ भारतीय पूंजी बाजारों के अंदर भी तेरी देखने को मिली है निवेशक को उम्मीद है की टेर्रिफ में कमी हो जाने से भारतीय निर्यात पर जोखिम प्रीमियर घट गया है जिससे निरर्थक को राहत मिल रही है और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा यदि वैसे जोखिम भावना स्थिर ही रहती है तो विदेशी पोर्टफोलियो निवेश का प्रभाव जारी रहता है तो रुपया 85 से 86 रुपए प्रति डॉलर के बीच कारोबार करने की संभावना बनी रहेगी।