अगर आपने सहारा ग्रुप की किसी कंपनी में पैसा लगाया था तो आपके अच्छे दिन आने वाले हैं। सहारा समूह में फंसे निवेशकों का पैसा निकालने के लिए अब सरकार सक्रिय हो गई है. इसी सिलसिले में आज गृह मंत्री अमित शाह की बैठक है. आपको बता दें कि इससे पहले सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एमसीए यानी कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के अधिकारी के साथ बैठक की और सहारा समूह के निवेशकों का पैसा वापस दिलाने पर मंथन किया. सरकार की कार्रवाई को देखकर लग रहा है कि बहुत जल्द सहारा समूह में फंसे निवेशकों का पैसा वापस मिल सकता है.
अमित शाह करेंगे बैठक
सहारा समूह के निवेशकों का पैसा हासिल करने के लिए आज गृह मंत्री अमित शाह बैठक कर सकते हैं. इससे पहले सोमवार को वित्त मंत्री ने कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की और सहारा के निवेशकों का पैसा वापस दिलाने पर मंथन किया.
एमसीए और सेबी ऐसा रास्ता निकालेंगे जिससे दूसरी कंपनी के निवेशकों को भी उनका पैसा वापस मिल सके। सहारा की तीन को-ऑपरेटिव्स में निवेशकों के करीब 1 लाख करोड़ फंसे हुए हैं. बता दें कि सहारा में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान के लाखों लोगों का पैसा फंसा हुआ है.
24000 करोड़ सेबी के पास जमा
बता दें कि सहारा ग्रुप की 523 कंपनियों में करीब 24000 करोड़ रुपए सेबी के पास जमा हैं। लेकिन सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के निवेशकों को ही सेबी से रिफंड मिल रहा है.
सेबी ने लौटाए 138 करोड़ रुपये
बता दें कि सेबी ने सहारा (SAHARA) की दो कंपनियों के निवेशकों को एक दशक के दौरान 138 करोड़ रुपये का रिफंड दिया है. सेबी ने वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि उसे 31 मार्च, 2022 तक 19,650 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें कुल 82.31 करोड़ रुपये के रिफंड दावे शामिल हैं। इसमें से उसने 68 करोड़ रुपये के ब्याज सहित 17,526 मामलों में 138 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है। इससे पहले सेबी की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया था कि उसने 31 मार्च 2021 तक कुल 129 करोड़ रुपये का रिफंड दिया है.