Hanuman Janmotsav: हनुमान जन्मोत्सव भगवान हनुमान के जन्म का प्रतीक है। हिंदू धर्म में इस महान पर्व को बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस साल यह पावन पर्व 12 अप्रैल को मनाया जाएगा। भगवान हनुमान शक्ति, भक्ति और निष्ठा के प्रतीक हैं। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से उनकी पूजा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल का हनुमान जन्मोत्सव कुछ विशेष राशियों के लिए बहुत फलदायी रहने वाला है, जिनमें मेष और वृश्चिक प्रमुख हैं।
हनुमान जन्मोत्सव पर मेष और वृश्चिक पर शुभ प्रभाव
मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है। ज्योतिष शास्त्र में मंगल को ऊर्जा, साहस और पराक्रम का कारक माना जाता है। इसलिए हनुमान जन्मोत्सव के इस पावन अवसर पर मेष और वृश्चिक राशि के जातकों पर हनुमान जी की विशेष कृपा बरसने की उम्मीद है।
हनुमान जन्मोत्सव पर मेष राशि
हनुमान जन्मोत्सव मेष राशि वालों के जीवन में एक नया उत्साह और ऊर्जा लेकर आएगा। इस दौरान इस राशि के लोगों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में आपको नई पहचान मिल सकती है और आपके प्रयासों की सराहना होगी। हनुमान जी की कृपा से मेष राशि वालों को आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। आय के नए स्रोत मिलेंगे। व्यापार में विस्तार के भी योग हैं, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति मिल सकती है, नई नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को नौकरी मिल सकती है। इसके अलावा पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। साथ ही रिश्तों में मधुरता आएगी और घर में खुशियों भरा माहौल रहेगा।
हनुमान जन्मोत्सव पर वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए हनुमान जन्मोत्सव सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। आपके लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे। हनुमान जी की कृपा से आपके जीवन में स्थिरता और समृद्धि आएगी। वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय हर क्षेत्र में सफलता दिलाने वाला साबित हो सकता है। इस मौके पर धन लाभ के कई मौके मिलेंगे। निवेश से लाभ मिलने की संभावना है और आर्थिक स्थिति पहले से अधिक मजबूत होगी। अगर आप किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं तो इस दौरान उसमें सुधार हो सकता है। हनुमान जी की कृपा से आपको शारीरिक और मानसिक शांति मिलेगी।
हनुमान जन्मोत्सव पर करें ये उपाय
मेष और वृश्चिक राशि के लोगों को हनुमान जन्मोत्सव के दिन विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं। इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें और गरीबों को दान दें। इस दिन व्रत रखने के अलावा हनुमान जी के वैदिक मंत्रों का जाप भी करें।