Breaking
19 Apr 2025, Sat

मनहूस गाने की वापसी: 62 सालों तक था बैन, 100+ लोगों की ले चुका है जान

गाने किसी भी फिल्म की जान होते हैं. कई फिल्में सिर्फ अपने संगीत और गानों के दम पर हिट हुई हैं. खुशी और गम में भी लोग फिल्मी गाने सुनकर अपना मन हल्का कर लेते हैं. गाने हमें नई ऊर्जा देते हैं. दुख, रोमांटिक, भड़कीले और देशभक्ति के गाने लोगों को अलग ही ऊर्जा का एहसास कराते हैं. कुछ गाने ऐसे होते हैं जो लोगों को किसी की याद दिलाते हैं और उनके जख्मों पर मरहम लगाते हैं. कुछ गाने ऐसे होते हैं जो दर्द कम करते हैं. लेकिन एक गाना ऐसा भी है जो हर तरह से सिर्फ गम ही देता है. इसे दुनिया का सबसे बदकिस्मत गाना कहा जाता है. इस गाने ने 100 से ज्यादा लोगों की जान ले ली.

दुनिया का सबसे बदकिस्मत गाना

यह गाना ऐसा है जिसे सुनने के बाद लोग आत्महत्या कर लेते थे. हाउस स्टफ वर्क वेबसाइट के मुताबिक, ग्लूमी संडे गाना दुनिया का सबसे बदकिस्मत गाना है. इस गाने को रेजो सेरेस और लास्ज़लो ने मिलकर लिखा था. 1933 में लिखा गया यह गाना 1935 में रिलीज़ हुआ और उसी साल इसे सुनने के बाद एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी. इस व्यक्ति ने अपने सुसाइड नोट में इस गाने का जिक्र किया था। वहीं, बताया जाता है कि इस गाने के रचयिता की मंगेतर ने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। 1968 में इस गाने के रचयिता रेज्सो ने भी आत्महत्या कर ली थी। इस गाने को सुनने के बाद दो लोगों ने खुद को गोली मार ली थी और एक महिला ने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इन सबके बाद इस गाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

क्या है गाने में?

जब इस गाने का विश्लेषण किया गया तो पता चला कि यह एक हंगेरियन गाना है। जिस समय यह गाना रिलीज हुआ था, उस समय हंगरी में ज्यादातर लोग तनाव से जूझ रहे थे। लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और अपनी कंपनियों से भी निकाले जा रहे थे। ऐसे में इस गाने के बोल और पिक्चराइजेशन उनकी जिंदगी से जुड़ने लगे और इससे उन्हें और भी दुख हुआ। यह गाना इंसानियत, जिंदगी की भागदौड़, रोजमर्रा के दुख और उसमें शामिल मौत के बारे में बात करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *