भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बड़े उत्तर प्रदेश के ग्रामीण बैंक के ऊपर कार्यवाही कर दी है जिसके बाद 36.40 लाख रुपए तक का जुर्माना ठोक दिया है. बैंक के ऊपर यह जुर्माना आरबीआई के द्वारा नियम के उल्लंघन के चलते लगाया गया है यदि आप लोगों का खाता भी इस बैंक में है तो आपको क्या करना चाहिए और यह कार्रवाई किस वजह से की गई है चलिए जान लेते हैं?
क्यों लगाई गई पेनल्टी?
आरबीआई ने इस पूरे मामले पर जानकारी दी है बताया है कि बैंक ने बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 के कुछ प्रावधानों का उल्लंघन किया है दरअसल मार्च 2023 को नाबार्ड के द्वारा बैंक का निरीक्षण किया गया था जिससे मालूम चला कि बैंक कुछ महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देशों का पालन ही नहीं कर रहा. ऐसे में बैंक घोषित जमा राशि को तहसील मैप में डिपॉजिट एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड में ट्रांसफर नहीं कर पाया। वही इस लापरवाही को आरबीआई ने गंभीरता से ले लिया है क्योंकि यह ग्राहकों के हितों से जुड़ा हुआ मामला भी है दूसरी तरफ इस फंड का मकसद ग्राहकों को जागरूक करना होता है उनके पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है.
नोटिस भेज कर भी आरबीआई ने मांगा था जवाब
आरबीआई के द्वारा आर्यावर्त बैंक को कारण बताओ का नोटिस भी दिया गया इसमें कहा गया कि आपके ऊपर जुर्माना क्यों नहीं लगाया जाए बताइए तो बैंक ने जवाब भी दे दिया लेकिन जांच होने के बाद पाया गया कि बैंक की लापरवाही साफ दिखाई दी है इसके बाद ही मॉनिटरी पेनल्टी लगाने का बड़ा फैसला लिया गया.
ग्राहकों को घबराने की आवश्यकता नहीं
आरबीआई ने अपने बयान में साफ कर दिया कि यह कार्रवाई बैंक के ऊपर की गई है बैंक और उसके ग्राहकों के बीच लेनदेन पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा यानी कि यदि आपका खाता आर्यावर्त बैंक में मौजूद है तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है बैंक सामान्य तौर से काम करता रहेगा।